Chardham Yatra 2024 : Badrinath-Kedarnath में जल्द शुरू होंगे अस्पताल, इस बार 11 भाषाओं में जारी होगी एसओपी
Chardham Yatra को सुगम और सुरक्षित बनाने में स्वास्थ्य महकमा जुट गया है। यात्रा मार्ग पर अनुभवी और उच्च हिमालय में काम करने के लिए प्रशिक्षित मेडिकल टीम को तैनात किया जा रहा है। वहीं स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि इस बार भी कुल 11 भाषाओं में एसओपी जारी होगी।
Badrinath-Kedarnath को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए स्वास्थ्य महकमा तैयारियों में जुट गया है।Badrinath-Kedarnath धाम में निर्माणाधीन अस्पतालों को यात्रा से पहले शुरू किया जाएगा। कैबिनेट की मंजूरी के बाद अस्पतालों में चिकित्सा उपकरण खरीदने के लिए शार्ट टर्म टेंडर किए जाएंगे।
सचिव ने कहा, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. धन सिंह रावत के निर्देशानुसार विभाग Badrinath-Kedarnath की तैयारियों में जुट गया है। Badrinath-Kedarnath को लेकर मुख्यसचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई थी। मुख्य सचिव के निर्देश पर यात्रा को लेकर सभी तैयारियां तेजी से चल रही हैं। सभी विभागों से समन्वय किया जा रहा है। सभी एक टीम के रूप में कार्य करेंगे।
टेंडर जारी होंगे
कहा, इस बार Badrinath-Kedarnath तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए लगभग 150 लोगों की मेडिकल टीम की तैनाती की जाएगी। इस टीम को हाई एल्टीट्यूड में काम करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। डाक्टरों की तैनाती 15-15 दिनों के लिए की जाएगी। स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक, इस बार रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी जिले में तैनात डाक्टरों को चारधाम में तैनात नहीं किया जाएगा।
बताया, इसकी बजाय कुमाऊं और अन्य जिलों से डाक्टर और मेडिकल स्टाफ की तैनाती की जाएगी। बदरीनाथ और केदारनाथ के अस्पताल में उपकरण यात्रा से पहले उपलब्ध हो जाएंगे। इसके लिए टेंडर जारी होंगे।
Badrinath-Kedarnath तीर्थयात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग पर रहेगा खास फ़ोकस
स्वास्थ्य सचिव के मुताबिक, चारधाम यात्रा के दौरान मार्ग पर जगह-जगह तीर्थयात्रियों के लिए स्वास्थ्य जांच का प्रबंध किया जा रहा है। इस बार शुरुआती चरण से तीर्थयात्रियों की स्क्रीनिंग पर विशेष फोकस रखा जाएगा। यात्रा रूट पर हेल्थ प्वाइंट पर मरीजों के स्वास्थ्य की गहनता से जांच होगी। उसके बाद उन्हें आगे जाने दिया जाएगा। कहा, विभाग यात्रियों का स्वास्थ्य रिकार्ड रखेगा। यदि तीर्थयात्री को कहीं भी कोई असुविधा होती है तो वह अपनी जांच करा लें।
11 भाषाओं में जारी होगी एसओपी
स्वास्थ्य सचिव ने बताया, चारधाम यात्रा में विदेशों के साथ ही देश के तमाम राज्यों से श्रद्धालु आते हैं, लेकिन कई बार देखने को मिलता है कि लोकल भाषा में स्वास्थ्य गाइडलाइन न होने के चलते श्रद्धालुओं को गाइडलाइन समझने में दिक्कतें होती है। जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने पिछले साल एक बड़ी पहल करते हुए हिंदी-अंग्रेजी के अलावा नौ अन्य भाषाओं में एसओपी जारी की थी। इस बार भी कुल 11 भाषाओं में एसओपी जारी होगी। कहा, अन्य भाषाएं जिसमें बंगाली, गुजराती, तमिल, तेलगु, मलयालम, कन्नड़, पंजाबी, मराठी और उड़िया भाषा में भी एसओपी जारी की जाएगी।
FAQ
Question 1: क्या केदारनाथ यात्रा 2024 के लिए पंजीकरण आवश्यक है?
Answer: पवित्र मंदिरों बद्रीनाथ, केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री को कवर करने वाली चारधाम यात्रा पूरे भारत में भक्तों के लिए गहरा आध्यात्मिक महत्व रखती है। श्रद्धालुओं के लिए यात्रा को सुचारू और व्यवस्थित बनाने के लिए, उत्तराखंड सरकार ने चार धाम यात्रा 2024 के लिए पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है ।
Question 2: क्या केदारनाथ के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट जरूरी है?
Answer: यह पहचान उद्देश्यों के लिए आवश्यक है । चिकित्सा प्रमाणपत्र: अधिक ऊंचाई और कठिन यात्रा के कारण, आगंतुकों को एक पंजीकृत चिकित्सक से एक चिकित्सा प्रमाणपत्र प्राप्त करना आवश्यक होता है जिसमें कहा गया हो कि वे यात्रा करने के लिए शारीरिक रूप से फिट हैं।
Question 3: मेडिकल सर्टिफिकेट कौन बनाता है?
Answer: हमारे मेडिकल प्रमाणपत्र पंजीकृत डॉक्टरों द्वारा जारी किए जाते हैं और भारत भर में सभी शैक्षणिक संस्थानों, एयरलाइंस, वित्तीय संस्थानों, सरकारी कार्यालयों, आईटी फर्मों और स्कूल कॉलेज द्वारा स्वीकार्य होते हैं।