Sawan 2023- वैसे तो सभी 12 महीनों का अपना-अपना महत्व है लेकिन सावन का महीना भगवान शिव के भक्तों के लिए सबसे खास होता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, सावन का महीना भगवान भोलेनाथ के लिए बहुत प्रिय है और इस महीने की पूजा का फल कई गुना मिलता है। इस साल सावन में मर्ममास या अधिकमास है, इसलिए सावन एक की बजाय दो महीने का होगा। भोले भंडारी के भक्तों के पास भगवान शिव की आराधना के लिए भरपूर समय होगा। सावन में कांवर यात्रा और सोमवार के व्रत का विशेष महत्व है। तो आइए जानें इस साल का सावन महीना कब शुरू होगा और सोमवार की पूजा की विधि क्या है।
सावन सोमवार पूजा के लिए विधि
सावन सोमवार की सुबह जल्दी उठकर और नहाकर साफ़ वस्त्र पहन ले
इसके बाद मंदिर को साफ करें और गंगाजल छिड़कें
हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प ले
दूध और गंगाजल से भोलेनाथ का जलाभिषेक करें
शिवलिंग पर चीनी, शहद, बेलपत्र, मंडल, फल, फूल और अन्य पूजन सामग्री चढ़ाएं
अब शंकर जी के सामने घी या तेल का दीपक जलाएं.
पूजा के बाद शिव चालीसा का पाठ करें
फिर शिवजी की आरती करनी है
शिव मंत्र का जाप करें
सावन सोमवार पूजा के लिए सामग्री की सूची
बेलपत्र
भांग, धतूरा
शमी के पत्ती
शहद, पंचामृत, सुपारी
कच्चा दूध, गंगा जल
चीनी या मिश्री
फल
सफेद चंदन
इस साल का सावन महीना 4 जुलाई से शुरू होकर 31 अगस्त 2023 तक चलेगा। 4 जुलाई को कांवर यात्रा भी शुरू हो जाएगी. बता दें कि सावन का पहला सोमवार व्रत 10 जुलाई 2023 को रखा जाएगा. इस बार सावन में 8 सोमवार होंगे।