उत्तराखंड में PreMonsoon
उत्तराखंड में प्री मानसून की बारिश के बीच अब मानसून दस्तक देने जा रहा है। बीते कुछ दिनों से देहरादून समेत पहाड़ों में रुक रुक बारिश हो रही है। अब 28 जून तक मानसून आने की संभावना मौसम विभाग जता रहा है। इस बीच प्रदेश की चार धाम यात्रा का भी संचालन हो रहा है। जिसके लिए अलर्ट जारी किया गया है।
आने वाले कुछ दिनों तक उत्तराखंड में भारी बारिश हो सकती है। जिसके लिए सभी को सतर्क किया गया है। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक के लिए राज्य भर में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसमें खासतौर पर गढ़वाल और कुमाऊं के पर्वतीय जनपदों को शामिल किया गया है। माना जा रहा है कि मानसून की दस्तक के साथ बारिश का सिलसिला तेज हो सकता है। गढ़वाल के साथ ही कुमाऊं के भी कई जनपदों में इसका असर पड़ना तय है।
जिसके लिए सभी को सतर्क किया गया है।दो माह तक भीषण गर्मी झेलने के बाद देहरादून समेत कई इलाकों में अब गर्मी से थोड़ा राहत मिल गई है। हालांकि उमस अभी भी लोगों को परेशान कर रही है। इस बीच बारिश शुरू होने से लोगों की परेशानी कम हुई है। कूलर और एसी को लेकर मचा घमासान अब थम सा गया है। बीते दिनों बाजार में कूलर और एसी को लेकर जबरदस्त डिमांड देखी जा रही थी। जो अब थम गई है। इस बीच मानसून आने की मौसम विभाग ने संभावना जताई है। जिससे बारिश का क्रम जारी रहने वाला है। अब सरकार के लिए सबसे बड़ी चिंता चारधाम यात्रा है।
चारधाम यात्रा के लिए विशेष तौर पर एडवाइजरी: PreMonsoon/Monsoon
चारधाम यात्रा के लिए विशेष तौर पर मौसम विज्ञान केंद्र की तरफ से एडवाइजरी जारी की गई है। चारधाम रूट पर विशेष सावधानी बरतने के सुझाव दिए गए हैं। हालांकि यात्रा पर काफी दिनों से ब्रेक सा लगा है। आजकल बीते दिनों की तुलना में यात्री कम ही Chardham Yatra package को पहुंच रहे हैं। मॉनसून में भारी बारिश के बाद भूस्खलन या फिर चट्टान खिसकने का भी खतरा बढ़ा जाता है।
चारधाम यात्रा की शुरुआत से भारी संख्या में भक्तजन दर्शन करने को उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। राजस्थान, यूपी, एमपी, महाराष्ट्र आदि राज्यों से भारी संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ, गंगोत्री, बदरीनाथ समेत चारों धामों में पहुंच रहे हैं। आईएमडी की ओर से उत्तराखंड मैं मॉनसून की तारीख का एलेना की जा चुकी है | ऐसे मई चारधाम और पर्वतीय रूटों पर जाने वाले यात्रियों से अपील हैं कि सफर के दौरान वह सतर्क रहें |
मानसून में वन विभाग अलर्ट
प्रदेश में मानसून की दस्तक के बाद उत्तराखंड वन विभाग अब अलर्ट मोड पर आ गया है. इसे देखते हुए वन विभाग वनाग्नि से प्रभावित वन क्षेत्रों में वृक्षारोपण करने की तैयारी में है. इस बात को लेकर वन विभाग के हॉफ डॉ. धनंजय मोहन ने बताया कि पूरे प्रदेश में बारिश होने की वजह से अब वनाग्नि का एक भी मामला देखने को नहीं मिल रहा है. इससे बहुत ज्यादा राहत हुई है. साथ ही उन्होंने कहा कि हम वृक्षारोपण के काम में स्थानीय समुदायों को भी जोड़ रहे हैं. इनके साथ सोइल एंड मॉइश्चर कंजर्वेशन के तहत हम छोटी जलधाराओं का ट्रीटमेंट कर रहे हैं. ताकि पानी के बहाव के साथ बहने वाली मिट्टी पर काबू पा सकें।
तीन दिन बाद उत्तराखंड में दस्तक देगा मानसून:
मानसून के पहले सप्ताह में तेज बारिश के आसार हैं। वहीं आजदिन समेत कई जिले में बारिश का येलो अलर्ट है। उत्तराखंड में मई-जून की प्रचंड गर्मी के बाद मानसून के लिए अभी तीन दिन का और इंतजार करना होगा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है मानसून के पहले सप्ताह में कुछ जिलों में तेज बारिश होने के आसार हैं। हालांकि, इससे पहले प्री-मानसून की बारिश गर्मी से राहत देती नजर आई है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार उत्तराखंड में आमतौर पर 20 जून को मानसून दस्तक देता है, लेकिन बीते कुछ वर्षों से 4-5 दिनों की देरी से मानसून उत्तराखंड पहुंच रहा है।
इस बार भी प्रदेशभर में 28 जून तक मानसून आने की संभावना है। उधर, मंगलवार के मौसम की बात करें तो देहरादून समेत पिथौरागढ़, बागेश्वर, नैनीताल, उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, अल्मोड़ा, चम्पावत, टिहरी और पौड़ी जिले में बिजली चमकने के साथ तेज बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों के कुछ इलाकों में 30-40 किलोमीटर की रफ्तार से झोंकेदार हवाएं चलने के आसार हैं।
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