नवरात्रि, देवी दुर्गा की आराधना का नौ दिवसीय पर्व, इस वर्ष 3 अक्टूबर से 12 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। यह पर्व शक्ति, भक्ति और शुद्धता का प्रतीक है, जिसमें भक्त देवी मां की कृपा प्राप्त करने के लिए उपवास करते हैं। इस लेख में, हम जानेंगे नवरात्रि के दौरान उपवास करने के सही तरीके, कुछ आवश्यक दिशा-निर्देश और सावधानियों के बारे में।
नवरात्रि के दौरान उपवास कैसे करें
1-उपवास का उद्देश्य:
उपवास का मुख्य उद्देश्य आत्मशुद्धि।
ध्यान और देवी मां की आराधना करना है। यह मन को एकाग्र करने में मदद करता है।
2-फास्टिंग के प्रकार:
पूर्ण उपवास: इसमें केवल पानी और फल का सेवन किया जाता है।
आंशिक उपवास: इसमें साबूदाना, कुट्टू का आटा, और अन्य नवरात्रि आहार खाए जा सकते हैं
उपवास के दौरान पोषण का ध्यान रखें। साबूदाना, आलू, कुट्टू के आटे की चाट, और ताजे फलों का सेवन करें।
नवरात्रि में उपवास के दौरान क्या करें (Do’s)
प्रभात वंदन: हर सुबह देवी मां की आरती और प्रार्थना करें।
सकारात्मकता: अपने विचारों को सकारात्मक रखें और ध्यान का अभ्यास करें।
निर्धारित समय पर भोजन: एक निश्चित समय पर फल और पानी का सेवन करें।
सामूहिक पूजा: परिवार के साथ मिलकर पूजा करने से एकता बढ़ती है।
नवरात्रि में उपवास के दौरान क्या न करें (Don’ts)
वर्जित आहार: मांस, शराब और प्याज-लहसुन का सेवन न करें।
अवसादित रहना: नकारात्मक सोच से दूर रहें; अपने मन को शांत रखें।
बाहर का खाना: बाहर का खाना खाने से बचें, क्योंकि यह शुद्धता को प्रभावित कर सकता है।
स्वास्थ्य की अनदेखी: अगर स्वास्थ्य ठीक नहीं है, तो उपवास करने से बचें।
उपसंहार
नवरात्रि का यह पर्व हमें आत्मिक उन्नति और भक्ति की ओर ले जाता है। उपवास करने के दौरान इन नियमों का पालन करना न केवल स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, बल्कि यह देवी मां की कृपा प्राप्त करने का भी एक माध्यम है। इस नवरात्रि, देवी दुर्गा की शक्ति से अपनी मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए सही ढंग से उपवास करें और भक्ति भाव से पूजा करें।
सारांश
नवरात्रि का त्योहार हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और भक्ति का संचार करता है। इस नवरात्रि, सही तरीके से उपवास करें और देवी मां की कृपा प्राप्त करें।