Route planner ➯ ETAH ➯ KEDARNATH
ETAH TO KEDARNATH DISTANCE = 355KM
इस BLOG में PROPER आपको बताया जायेगा की एटा से केदारनाथ की दुरी कितनी है और आप कैसे एटा से केदारनाथ की JOURNEY अपने परिवार, फ्रेंड्स या लाइफ पार्टनर के साथ कैसे कर सकते है.
ABOUT KEDARNATH
Precipitation: 1%
Humidity: 66%
Wind: 5 km/h
केदारनाथ मंदिर एक धार्मिक ेस्थल है | यह भारत के उत्तराखंड राज्य के रूदप्रयाग जिले में ेस्थित है | केदारनाथ रुद्रप्रयाग से 86km दूरी पर है | हर साल हजारों श्रद्धालु चार धाम यात्रा के दौरान केदारनाथ जाते है इसी के बीच गंगौत्री, यमनोत्तरी, और बद्रीनाथ भी शामिल है। ऐसा माना जाता है की यहां दर्शन करने से सारे पाप धुल जाते हैं. यात्रा अप्रैल-मई में शुरू होती है और नवंबर में “कपट बंधन” नामक समापन समारोह के साथ समाप्त होती है।
कहा जाता है की शिव मंदिरो मैं जो सबसे ऊंचा मंदिर केदारनाथ है यह समुद्र तल से लगभग 3,583 मीटर की ऊंचाई पर है। मंदाकिनी नदी के पास गढ़वाल हिमालय श्रृंखला पर स्थित यह मंदिर हिंदुओं के सबसे प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है।
लोगों का मानना है कि भगवान शिव ने स्वयं केदारनाथ मंदिर की स्थापना की थी, जो इसे दुनिया भर के भक्तों के लिए एक आवश्यक पूजा स्थल बनाता है। मंदिर की पवित्रता इसके स्थान के साथ-साथ इसके इतिहास और सांस्कृतिक महत्व पर भी निर्भर करती है।
REAL STORY OF KEDARNATH
माना जाता है की महाभारत का युद्ध हुआ था उस मैं पांडव विजयी होने पर अपने भाइयो की ह्त्या से मुख्त होने के लिए शिव भगवान का आशीर्वाद लेना चाहते थे लेकिन शिव भगवान उनके कर्म से खुश नहीं थे , इसलिए भगवान शिव केदारनाथ चले गये और उनके साथ पांडव भी दर्शन करने चले गये |
पांडवो के केदारनाथ पहुँच ने के बाद शिव भगवन ने भैसे का रूप ले लिया और उसके बाद वो दूसरे पशुओ के बीच में चले गए ताकि पांडव भगवान शिव को पहचान न पाए कहा जाता है की भीम ने विशल शरीर धारण कर दो पहाड़ो पर अपने पेरो को फैला दिया।
उसके बाद पहाड़ के नीचे से सभी पशु तो निकल गए , पर भेसे ने ऐसा नहीं किया ये देखने के बाद भीम भेसे की और पूरी शक्ति के साथ झपटे , पर वह जमीन मैं समाने लगे।
फिर भीम ने उनके पिछले हिस्से (भेसे की) को पकड़ लिया। माना जाता है की भगवान शिव पांडवो की इसी इच्छा शक्ति से खुश हो कर उन्हें दर्शन दिए और हत्या से मुक्ति देकर आशीर्वाद दिया। माना जाता है की उसी समय से केदारनाथ मैं भेसे की पीठ को भगवन शिव का रूप मानकर पूजा होती है.
ABOUT ETHA
उत्तर प्रदेश( Uttar Pradesh ) राज्यों मे से एक प्रमुख जिला और शहर एटा हैं , इस जिले में कई ऐतिहासिक स्थल हैं, जिनमें मंदिरो से लेकर और अन्य महत्त्वपूर्ण इमारतें शामिल हैं। एटा के नजदिकी इलाकों में आकर्षिक देखने वाली जगह भी है , जैसे कि अवागढ़, जलेसर, सकीट और कादिरगंज, जो एटा जिले के आसपास स्थानीय पर्यटन आकर्षणों के लिए भी जाने जाते हैं।
एटा उत्तर प्रदेश में घूमने के लिए कई महत्वपूर्ण स्थानों से जुड़ा हुआ है, जिसमें आगरा, वृंदावन और मथुरा शामिल हैं।नई दिल्ली एटा शहर से केवल 5 घंटे (207 किमी) की दूरी पर स्थित है।एटा के निकट मलावन में जवाहर तापीय विद्युत परियोजना का संयंत्र स्थापित किया जा रहा है जिसकी क्षमता 660 मेगावाट है। इसे दक्षिणी कोरिया की दुसान कंपनी द्वारा बनाया जा रहा है। यहां पर कुछ पर्यट्न ेस्थल ( travelling places ) भी है. पटना पक्षी विहारप्रवासी व अप्रवासी पक्षियों की शरणस्थली बन चुका पटना पक्षी विहार उत्तर प्रदेश के एटा जिले की जलेसर तहसील में स्थित है।
कैलाश मन्दिर
This temple was built in 1924 by KULSHRESHTA (KAYASTHA) Raja DILSUKH Rai Bahadur in SAMVAT. With the construction of the temple, this place was also called KAILASHGANJ. The height from the ground to the top of this temple is about 200, feet. Gurukul Bow and Gurukul Vidyalaya are also near ETAH Railway Station. YAGYASHALA and the school here are famous.
काली मंदिर
The Kali Temple in ETAH was built 43 years ago. This temple was built by Rambabu VARSHNEYA, a resident of this place. The peculiarity of the temple is that a life-size statue of Kali Mata has been installed here, which looks attractive in itself.
HOW CAN I GO TO KEDARNATH BY TRAIN
( एटा से केदारनाथ ट्रैन मार्ग )
यहाँ ETHA से KEDARNATH TEMPLE तक कोई भी direct connections नहीं है केदारनाथ से निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश रेलवे स्टेशन है जो की 216km है. इसलिए अगर हमें ऋषिकेश से केदारनाथ जाना है तो आपको कार/कैब किराये करके पहले सोनप्रयाग की यात्रा और फिर केदारनाथ तक जाने का सबसे अच्छा तरीका है ।
ऋषिकेश रेलवे स्टेशन भारत के लगभग सभी प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और यहां दैनिक आधार पर नियमित ट्रेनें हैं।
TRAIN TICKET PRICES ( एटा से केदारनाथ )
you can take the train firstly ETHA TO TUNDLA JN.. and then take the train to NEW Delhi.
N.0 |
TRAIN |
TIMING |
PRICES |
1 |
TUNDLA JN. TO NEW DELHI | 2hr to 5hr | 200/- to 1200/- |
2 |
NEW DELHI TO HARIDWAR JN. | 4hrs 13mints | 209/- to 1596/- |
3 |
HARIDWAR TO RISHIKESH | 1hrs approx. | 145/- to 1200/- |
ETHA TO KEDARNATH BY FLIGHT ( एटा से केदारनाथ फ्लाइट )
ETHA TO KEDARNATH BY ROAD ( एटा से केदारनाथ सड़क मार्ग )
एटा से केदारनाथ ROAD की दूरी 452km है एटा से केदारनाथ यात्रा समय (Road)11 hour to 12 hour का लगता है. हम आपके लिए बहोत अच्छा Route planner लेके आये है बहोत सिंपल और सरल route जिसको follow करके आप अपनी मंज़िल तक पहुंच जायगे।
चलिए शुरू करते है =
सड़क मार्ग से केदारनाथ पहुंचने के लिए आप दिल्ली से ऋषिकेश (238 किमी, 5-6 घंटे) तक बस या कार ले सकते हैं।
ऋषिकेश के बाद, रुद्रप्रयाग (141 किमी, 5 घंटे) की अपनी यात्रा जारी रखें। फिर सोनप्रयाग (72.8 किमी, 3 घंटे) तक जारी रखें।
सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच की दुरी 5km है।
NO. |
BUS |
PRICES |
1 |
DELHI TO RISHIKESH | 400/- to 600/- |
2 |
RISHIKESH TO SONPRAYAG | 750/- to 11oo/- |
3 |
SONPRAYAG TO GAURIKUND | U CAN TAKE PRIVATE TAXI |
4 |
GAURIKUND TO KEDARNATH | BY TRACKING ( ONLY 5KM ) |
BEST RELATED QUESTIONS :-
Q – एटा से केदारनाथ जाने के लिए कोन सा मार्ग बेहतर है ?
एटा से केदारनाथ जाने के लिए सबसे अच्छा रेल मार्ग हे।
Q – केदारनाथ मे कितने साल तक के बच्चे जा सकते है ?
13 साल से कम उम्र वाले और 75 वर्षे वाले लोग केदारनाथ नहीं जा सकते।
Q – हेलीकाप्टर मे कितने वयक्ति यात्रा कर सकते हे ?
नियम और शर्तें के तहत प्रति टिकट अदिकतम 6 यात्री हो सकते हे।
Q – हरिद्वार से केदारनाथ की दूरी कितने हे ?
हरिद्वार से केदारनाथ की दूरी लगभग 247km हे।
AUTHOR – YASH BHATIA