चारधाम यात्रा 2023
राज्य में इस साल होने वाली चारधाम यात्रा को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने कमर कस ली है. इसी कड़ी में बाहर से आने वाले यात्रियों के लिए चिकित्सा सेवाओं को जोड़ा जा रहा है. इसी आधार पर यात्रा मार्ग में नौ स्थानों पर यात्री स्वास्थ्य जांच केंद्र बनाए जा रहे हैं। खास बात यह है कि 55 वर्ष से अधिक उम्र के यात्रियों के लिए स्वास्थ्य जांच अनिवार्य है। अभी तक कोरोना जांच को स्वास्थ्य जांच में शामिल नहीं किया गया है। विभाग फिलहाल कोरोना संक्रमण के मामलों पर नजर रख रहा है। अगले सप्ताह भी संख्या में बढ़ोतरी होगी तो इसके लिए एडवाइजरी जारी की जाएगी।
आगामी 22 अप्रैल से होगी चारधाम यात्रा की शुरुवात
22 अप्रैल से प्रदेश में चारधाम यात्रा शुरू हो रही है। यात्रा के लिए स्वास्थ्य विभाग भी अपनी पूरी तैयारियों में जुटा हुआ है। बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना ही अभी स्वास्थ्य विभाग का एकमात्र फोकस है। चारधाम यात्रा मार्ग में 48 स्थायी अस्पताल बनाये गए हैं। इसके साथ ही विभाग ने यहां 17 अस्थायी स्वास्थ्य इकाइयों की स्थापना और 11 प्रथम स्वास्थ्य उत्तरदाता (फस्र्ट मेडिकल रिस्पांडर) की तैनाती की जा रही है।
इन सब चिकित्सा इकाइयों में 74 विशेषज्ञ और 395 स्वास्थ्य अधिकारियो की तैनाती की जाएँगी । इन सभी को ऊंचाई वाले क्षेत्रों में आने पर स्वास्थ्य बिगडऩे पर उपचार करने और आपात देखभाल का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके साथ ही 258 फार्मासिस्ट ,411 नर्स और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ भी चारधाम यात्रा मार्ग पर तैनात किये जायेंगे । रास्तो में 50 स्वास्थ्य एटीएम भी लगाए जा रहे हैं, जिनमें मधुमेह ,आक्सीजन, रक्तचाप,ईसीजी आदि की निशुल्क जांच कराई जाएगी।
कोरोना जांच में बढ़ोतरी के बाद संक्रमण के मामले सामने आ रहे है
विभाग की नजर आपात स्थिति से निपटने के लिए की गई व्यवस्था पर है । यात्रा मार्ग के अस्पतालों में 1975 आक्सीजन सपोर्टेड बेड,166 आइसीयू और 263 वेंटीलेटर उपलब्ध हैं। जल्द ही 11 ब्लड बैंक और दो ब्लड स्टोरेज केंद्र भी यात्रा मार्ग में बनाये जा रहे है । इस तैयारियों को कोरोना संक्रमण से निपटने के रूप में भी देखा जा रहा है।
सचिव स्वास्थ्य डा आर राजेश कुमार का कहना है कि विभाग के हर कदम यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने की दिशा में बढ़ाए जा रहे हैं। इसके साथ ही चिकित्सकों की तैनाती भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना जांच बढ़ाने के बाद संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं। हालांकि अभी चिंता की बात नहीं है क्योंकि पोस्टिव रेट कम हुआ है। ऐसे में विभाग अभी इस पर नजर रखे हुए है।
यहां बनेंगे स्क्रीनिंग प्वाइंट
- यमुनोत्री – दो बाटा व जानकी चट्टी
- बदरीनाथ- गौचर व पांडुकेश्वर
- गंगोत्री – हीना व गंगोत्री
- केदारनाथ – सोनप्रयाग, जवाड़ी बाईपास व कुंड पुल