Maha Kumbh: प्रयागराज में शुरू हो रहे महाकुंभ को लेकर तैयारियां चल रही हैं। रेलवे की ओर से इस महा आयोजन के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर भी राजधानी दिल्ली का रेलवे स्टेशन क्राउड मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ की शुरुआत हो जाएगी। 12 वर्ष बाद लगने वाले इस महाकुंभ के आयोजन के लिए हर स्तर पर भव्य तैयारी की जा रही हैं। केंद्र सरकार और राज्य सरकार इसकी तैयारियों में कोई भी कसर नहीं छोड़ रही है। ताकि देश ही नहीं विदेशों से आने वाले श्रद्धालुओं को कोई परेशानी नहीं हो। इतने बड़े भव्य महाकुंभ में देश विदेश से 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसमें स्थानीय रेल प्रशासन के आकलन के अनुसार मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात और महाराष्ट्र से करोड़ों श्रद्धालुओं पहुंचेंगे। इन सभी का भार प्रयागराज के 9 रेलवे स्टेशनों पर रहेगा। क्योंकि रेलवे इस दौरान देश भर से महाकुंभ के लिए 1300 से ज्यादा विशेष ट्रेनों का संचालन करेगी। ऐसे में सबसे बड़ी चुनौती है स्टेशनों पर भीड़ को नियंत्रित करने की है। इसके लिए इस महाकुंभ में राजधानी दिल्ली के क्राउड मैनेजमेंट सिस्टम को अपनाएगा।
दरअसल, राजधानी दिल्ली का रेलवे स्टेशन क्राउड मैनेजमेंट सिस्टम के मामले में भारतीय रेलवे में एक बड़ा उदाहरण बनाकर उभरा है। दिवाली और छठ पूजा के दौरान क्राउड यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे ने स्टेशन और प्लेटफार्म पर केवल उतने ही यात्रियों को भेजा जा था। जितने यात्रियों को ट्रेन में बैठने की क्षमता है। अब यही मॉडल को प्रयागराज के महाकुंभ में अपनाया जा रहा है। इसके लिए प्रयागराज जंक्शन ,नैनी, और छिवकी जंक्शन पर होल्डिंग एरिया बनाए जा रहे है। इन होल्डिंग एरिया में एक बार में 10-10 हजार यात्री समा सकेंगे।
वहीं, जिन जिन राज्यों की ट्रेन प्लेटफार्म पर खड़ी रहेंगी उन उन यात्रियों को होल्डिंग एरिया से प्लेटफार्म के लिए रवाना किया जाएगा। इससे भगदड़ की संभावना खत्म रहेगी। दरअसल यह प्रयोग इस साल दिवाली और छठ की भीड़ कंट्रोल करने के लिए राजधानी दिल्ली समेत देश के कई बड़े स्टेशनों पर किया गया था। इसमें दिल्ली का मॉडल सफल रहा था। क्योंकि राजधानी दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर दिवाली और छठ पूजा के दौरान यात्रियों की भीड़ बढ़ जाती है। इनमें अधिकांश यात्री बिहार और यूपी की तरफ जाने वाले थे। इस दौरान दिल्ली रेलवे स्टेशन से एक दिनों में 50 से 1 लाख यात्री को इसी तरीके से रवाना किया गया था। इसी के चलते स्टेशन के बाहर और प्लेटफार्म पर भीड़ तक नहीं दिखी थी। इसी मॉडल को अब प्रयागराज जंक्शन पर उत्तर मध्य रेल प्रशासन द्वारा अपनाया जाएगा।
उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज के रेलवे अधिकारियों ने बताया कि, प्रयागराज शहर में 9 रेलवे स्टेशन है। जहां कुंभ में करोड़ों यात्रियों के आने की संभावना है। इसके मद्देनजर हमने स्थानीय लोकल यात्रियों के लिए कलर कोडिंग की व्यवस्था की है जिससे उनको आइडेंटिफाई करेंगे। जबकि बाहर से रिजर्व यात्रियों के लिए सभी स्टेशनों के सभी दिशाएं आवागमन के लिए उपलब्ध रहेगी। इसके लिए रेलवे से जुड़ी तमाम इंफ्रा स्ट्रक्चर अब दुरुस्त का लिए गए है। जबकि न्यू गंगा रिवर रेल ब्रिज भी शुरू हो गया है जो डबल लाइन युक्त है।इससे यात्रियों को किसी प्रकार की यहां समस्या नहीं होगी।क्राउड कंट्रोल के की हमने होल्डिंग एरिया सिस्टम अपनाया है।
महाकुंभ में आईआरसीटीसी की टेंट सिटी,ऑनलाइन कर सकेंगे बुकिंग
यात्रियों के कुंभ में ठहरने के लिए पहली बार आईआरसीटीसी महाकुंभ क्षेत्र में यात्रियों के रहने के लिए डीलक्स लग्जरी टेंट की सुविधाएं उपलब्ध कराने का रहा है। इसके लिए आईआरसीटीसी ने महाकुंभ ग्राम टेंट सिटी की लॉन्चिंग की है। जो यात्री प्रयागराज की यात्रा करेंगे वो अपने यात्रा पैकेज के साथ टेंट सिटी की भी बुकिंग करा सकेंगे। इन डीलक्स टेंट में आलीशान शयनकक्ष, सुसज्जित बाथरूम, गर्म पानी, प्रीमियम टेंट में अतिरिक्त रूप से एयर कंडीशनर, एलईडी टीवी के साथ लाइव इवेंट की स्ट्रीमिंग की सुविधा भी उपलब्ध है,चौबीसों घंटे सुरक्षा, अग्निरोधी टेंट। आकर्षण स्थलों और स्नान क्षेत्रों के लिए शटल सेवा। आसान गतिशीलता के लिए पर्यावरण अनुकूल बैटरी चालित गाड़ियां उपलब्ध रहेंगी।