नौलखा मंदिर झारखण्ड| About Naulakha Temple Jharkhand in hindi
नौलखा मंदिर झारखण्ड के देवघर जिला में है| देवघर को देवों की नगरी कहा जाता है और देवघर में 12 ज्योतिलिंगो में से एक ज्योतिलिंग बाबा बैद्यनाथ मंदिर यहाँ स्थित है बाबा बैद्यनाथ मंदिर से 1.5km की दूरी पर स्थित करनीबाग में नौलखा मंदिर स्थापित है| इस मंदिर के अंदर भगवान श्री राधा कृष्णा की मुर्तिया है यह मंदिर बेलूर में रामकृष्ण के मंदिर की तरह देखता है|
नौलखा मंदिर झारखण्ड के नाम के पीछे की कहानी | Naulakha Temple Jharkhand
इतिहासकारों के अनुसार नौलखा मंदिर का निर्माण पश्चिम बंगाल के पथुरिया घाट राज घराने की रानी चारुशीला द्वारा 1941 में किया गया था | चारुशीला अपने पति अक्षय घोष और बेटे जितेंद्र घोष की मौत के शोक से उबार नहीं पा रही थी | रानी ने शांति की तलाश में अपना घर छोड़ दिया था और संत बालानंद ब्रह्मचारी से मुलाकात के लिए देवघर आयी थी |
रानी चारुशीला बालानंद ब्रह्मचारी के आश्रम में रहने लगी बाद में बालानंद ब्रह्मचारी शिष्यत्व भी प्राप्त हुई| बालानंद ब्रह्मचारी ने रानी चारुशीला के मन को शांति के लिया मंदिर के निर्माण की सहला दी थी ,कहा जाता है की नौलखा मंदिर के निर्माण में 9 लाख रुपए की लागत आयी जो की रानी चारुशीला ने दिए | इसलिए इस मंदिर का नाम नौलखा मंदिर पड़ा है|
नौलखा मंदिर के अंदर भगवान श्री कृष्ण बल रूप में विराजमान है,साथ ही साथ संत बालानंद ब्रह्मचारी की मूर्ति भी स्थापित है |
नौलखा मंदिर का वास्तविक नाम गुरु और गोविंद के स्वरुप को समर्पित जुगल मंदिर है |
नौलखा मंदिर में लाल पत्थर का इस्तमाल है ,और पत्थर को मिर्जापुर चुनार से लाया गया था मंदिर के आठ गुम्बद है | काई लोग नौलखा मंदिर को युगल मंदिर भी कहते है| यह मंदिर वास्तुकला का बहतरीन उदहारण है | नौलखा मंदिर की ऊंचाई 146 फीट है |
नौलखा मंदिर में पूजा करने के लिए झारखण्ड के अलावा ,पश्चिम बंगाल के श्रद्धालु पहुँचते है |
रानी चारुशीला कौन थी?
रानी चारुशिला भारत के झारखंड राज्य की एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक हस्ती हैं। वह राजा मेदिनी राय की पत्नी थीं, जो नागवंशी राजवंश के एक प्रमुख शासक थे। रानी चारुशिला संघर्ष और विपरीत परिस्थितियों के दौरान अपनी बहादुरी और नेतृत्व के लिए जानी जाती हैं।रानी चारुशिला की विरासत को इस क्षेत्र में सम्मानित किया जाता है, जहां उन्हें शक्ति, साहस और लचीलेपन के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। रानी चारुशीला ने नौलखा मंदिर झारखंड का निर्माण 9 लाख रुपए में करवाया।
हालाँकि उनके बारे में व्यापक जानकारी उपलब्ध नहीं हो सकती है, लेकिन उन्हें अक्सर अपने राज्य के कल्याण में उनके योगदान और इसकी परंपराओं और मूल्यों को बनाए रखने में उनकी भूमिका के लिए याद किया जाता है।
नौलखा मंदिर झारखंड का सयम:
नौलखा मंदिर का पट रोजाना सुबह 7 बजे से दोहपर 12 बजे तक और दोपहर 2 बजे से शाम 7 बजे तक खुला रहा ता है |
दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक मंदिर क दरवाजे बंद रहाते है |
नौलखा मंदिर झारखंड में आरती का समय :
नौलखा मंदिर में सुबह 7 बजे और सयम 7 बजे आरती होती है|
नौलखा मंदिर झारखंड कैसे पहुँचे:Naulakha Temple Jharkhand
हवाई द्वारा नौलखा मंदिर झारखण्ड पहुँचे|Naulakha Temple Jharkhand
निकटतम हवाई अड़ा देवघर हवाई अड़ा है और नौलखा मंदिर से 13.5 km दूर स्थित है|दिल्ली हवाई अड़ा से देवघर हवाई अड़ा की दूरी 1022 km है|पश्चिम बंगाल(कोलकाता) हवाई अड़ा से देवघर हवाई अड़ा 272km दूर स्थित है |
रेलव मार्ग द्वारा नौलखा मंदिर झारखण्ड पहुँचे |Naulakha Temple Jharkhand
निकटतम रेलवे स्टेशन देवघर जंक्शन रेलवे स्टेशन है जो की नौलखा मंदिर से 6 km दूर स्थित है|दिल्ली रेलवे स्टेशन से देवघर जंक्शन रेलवे स्टेशन की दूरी 1044 km है| दिल्ली से देवघर की रैले IRCTC के माधयम से बुक कर सकते है और पश्चिम बंगाल से भी IRCTC के माधयम से बुक कर सकते है|
सड़क मार्ग द्वारा नौलखा मंदिर झारखण्ड पहुँचे | Naulakha Temple Jharkhand
निकटतम बस आड़ देवघर बस आड़ है जो की नौलखा मंदिर से 1.5 km दूर स्थित है| दिल्ली बस स्टेशन से देवघर बस स्टेशन की दूरी 1277.3 km है|दिल्ली से देवघर जाने के लिए झारखण्ड परिवहन निगम की बसे उपलभ्द है ,और पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता बस आड़ से देवघर बस आड़ की दुरी 323 km है
दिल्ली बस स्टेशन | देवघर बस स्टेशन | 1277.3 km |
कोलकाता बस स्टेशन | देवघर बस स्टेशन | 323 km |
नौलखा मंदिर झारखण्ड के पास आवास :Naulakha Temple Jharkhand
इम्पीरियल हाइट 0.5 km दूर नौलखा मंदिर से|
वैष्णवी देवघर 0.6 km दूर नौलखा मंदिर से|
होटल राजकमल 0.2 km दूर नौलखा मंदिर से|
मैग्नम 0.6 km दूर नौलखा मंदिर से|
होटल महादेव प्लेस 0.7 km दूर नौलखा मंदिर से|
होटल | नौलखा मंदिर दूरी | रेटिंग |
मैग्नम | 0.6 km | 5 |
वैष्णवी देवघर | 0.6 km | 4 |
होटल राजकमल | 0.2 km | 4 |
इम्पीरियल हाइट | 0.5 km | 4.5 |
होटल महादेव प्लेस | 0.7 km | 4 |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों (FAQs)Naulakha Temple Jharkhand
1.नौलखा मंदिर झारखंड का समय क्या है?
नौलखा मंदिर झारखण्ड आम तौर पर सुबह (7:00 बजे) से दोहपर (12 :00 बजे ) तक खुला रहता है, दोपहर (2:00) बजे से शाम (7 :00) बजे तक खुला रहा ता है |
2. क्या नौलखा मंदिर झारखंड में दर्शन के लिए कोई प्रवेश शुल्क है?
नहीं, नौलखा मंदिर झारखण्ड जाने के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं है। यह सभी भक्तों और आगंतुकों के लिए निःशुल्क खुला है|
3. क्या आगंतुकों के लिए कोई विशेष दिशानिर्देश हैं?
आगंतुकों को सलाह दी जाती है कि वे शालीन कपड़े पहनें और मंदिर परिसर की पवित्रता बनाए रखें। कुछ क्षेत्रों में फोटोग्राफी प्रतिबंधित हो सकती है|