Char Dham Yatra: आपार श्रद्धा और भक्ति से सराबोर लोग हर साल, लाखों की संख्या में चारधाम की यात्रा करते हैं. वहीं इस साल भी भक्तों की भारी संख्या दर्शन के लिए पहुंच रही है. मानसून थमते ही चारधाम यात्रा ने एक बार फिर रफ़्तार पकड़ ली है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, बीते 30 सितंबर को तकरीबन 20,497 श्रद्धालु चारधाम पर पहुंचे, जिनमें से सबसे ज्यादा 7,350 श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंचे. वहीं बद्रीनाथ में 6811, गंगोत्री में 3619, यमुनोत्री में 2717 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए. अभी तक हुई पूरी यात्रा की बात की जाए तो लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां दर्शन कर चुके हैं. अक्टूबर और नवंबर महीने में भी यात्रा के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है.
रिकॉर्ड बनाएगी चारधाम यात्रा
इस यात्रा काल में 30 सितंबर तक कुल 37 लाख 91 हजार 205 यात्री चारधाम दर्शन को आ चुके हैं. जबकि बीते वर्ष पूरे यात्रा काल में 56.13 लाख यात्री पहुंचे थे. वहीं वर्ष 2022 में 46.29 लाख और वर्ष 2019 में 34.77 लाख यात्री चारधाम दर्शन को पहुंचे थे. वर्ष 2020 और 2021 में कोरोना संक्रमण के चलते यात्रा प्रभावित रही. इन दो वर्षों में यात्री संख्या क्रमशः 3.30 लाख और 5.29 लाख रही थी.
17 दिन की देरी से शुरू हुई चारधाम यात्रा
इस वर्ष चारधाम यात्रा 10 मई से शुरू हुई है जबकि पिछले वर्ष 23 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही यात्रा का श्रीगणेश हो गया था. तब केदारनाथ के कपाट 25 अप्रैल और बद्रीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को खुले थे. इस वर्ष गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम के कपाट 17 दिन बाद यानी 10 मई को खुले हैं, जबकि बदरीनाथ धाम की यात्रा 12 मई से शुरू हुई है. यात्रा अभी अगले माह नवंबर तक चलेगी.
केदारघाटी आपदा से भी प्रभावित रही यात्रा
केदारघाटी में 31 जुलाई की रात आई भीषण आपदा का असर भी यात्रा पर पड़ा है. हालांकि प्रशासन ने तेजी से राहत और बचाव कार्य करते हुए कुछ दिनों के अंतराल में ही आम जनजीवन को बहाल कर दिया लेकिन सुरक्षा कारणों से यात्रा को कई दिनों के लिए रोक दिया गया था.