उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू हो रही है। मौसम विभाग ने क्षेत्र में खराब मौसम को लेकर अलर्ट जारी किया है, इसलिए सरकार ने यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है. स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि चारधाम यात्रा के सभी तीर्थ स्थल उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित हैं, जो समुद्र तल से 2700 मीटर ऊपर है. ये स्थान अत्यधिक ठंड, कम आर्द्रता, निम्न वायुदाब और कम ऑक्सीजन मात्रा से प्रभावित हो सकते हैं। अतः सरकार द्वारा जारी की गयी एडवायजरी का पालन अवश्य करें।
यात्रा के दौरान कोविड नियमों का पालन अनिवार्य
देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण फिर रफ्तार पकड़ रहा है। उत्तराखंड में 22 अप्रैल से शुरू हो रही चार धाम यात्रा के दौरान कोविड के नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। इस यात्रा में दूसरे राज्यों से भारी संख्या में श्रद्धालु आएंगे जिससे इस यात्रा के दौरान कोरोना वायरस बढ़ने की संभावना है, इसलिए मंदिरों में आने वाले लोगों को मास्क पहनने, सैनिटाइजर का इस्तेमाल और कोविड लक्षणों की जांच कराने जैसी सावधानियां बरतने की जरूरत होगी.
यहां जानें महत्वपूर्ण दिशा निर्देश
चारधाम यात्रा में जाने से पूर्व करें ये तैयारी
- आप कम से कम सात दिनों के लिए अपनी यात्रा की योजना बनाना सुनिश्चित करें ताकि आप नए वातावरण के अभ्यस्त हो सकें।
- आप हर दिन 5-10 मिनट के लिए कुछ श्वास लेने के व्यायाम का अभ्यास करें।
- स्वस्थ रहने के लिए रोजाना कम से कम 20-30 मिनट टहलें ताकि आपको नए परिवेश की आदत हो सके।
- यदि आप 55 वर्ष के हैं या आपको हृदय रोग, अस्थमा, उच्च रक्तचाप, या मधुमेह का इतिहास है, तो आप यात्रा करने से पहले स्वास्थ्य जांच अवश्य करवाएं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि आप यात्रा के लिए फिट हैं।
यह जरूरी सामान रखें साथ
- कुछ प्रकार के गर्म कपड़े जैसे- ऊनी स्वेटर, थर्मल, मफलर, जैकेट और दस्ताने।
- बारिश से खुद को बचाने के लिए- रेनकोट और छाता।
- स्वास्थ्य जांच उपकरण जैसे – पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर।
हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, अस्थमा, मधुमेह से पीड़ित यात्रियों के लिए
- सभी आवश्यक दवा, परीक्षण उपकरण रखें और यात्रा से पूर्व अपने घरेलू चिकित्सक का परामर्श आवश्य लें।
- यात्रा पर जाने से पहले, मौसम की रिपोर्ट देखें और यदि आपका डॉक्टर आपको यात्रा न करने की सलाह देता है, तो कृपया न जाएँ।
यात्रा के दौरान निम्न बातों का रखें ध्यान
- स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा मार्ग पर उपलब्ध स्वास्थ्य जोखिमों और स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में संचार स्थापित किया है। कृपया सभी दिशानिर्देशों का ध्यानपूर्वक पालन करें।
- यात्रा के दौरान मानचित्र का सहारा लें। आप भवनों के नाम बोर्ड पर ढूंढकर उत्तराखंड चिकित्सा इकाई का पता लगा सकते हैं।
- अगर आपको या आपके परिवार के किसी सदस्य को सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, लगातार खांसी, चक्कर आना या भटकाव जैसे कोई लक्षण हैं, तो कृपया नजदीकी चिकित्सा इकाई में जाएं।
ये यात्री बरतें सफर के दौरान अतिरिक्त सावधानी
- 55 वर्ष से अधिक आयु के लोग, गर्भवती महिलाएं, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, अस्थमा और मधुमेह और मोटापे से पीड़ित लोग रखें ध्यान। इन लोगों को यात्रा के दौरान स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने का विशेष रूप से खतरा होता है।
- यदि कोई स्वास्थ्य सम्बंधित आपातकालीन स्थिति है, तो कृपया हमें हेल्पलाइन नंबर 104 पर कॉल करें।
- यात्रा के दौरान शराब न पिएं, कैफीन युक्त पेय न लें, नींद की गोलियां और तेज दर्द निवारक दवाएं न लें या धूम्रपान न करें।
- यात्रा के दौरान कम से कम दो लीटर तरल पदार्थ पीने और पौष्टिक आहार लेने से आपको स्वस्थ रहने में मदद मिलेगी।