महाकुंभ में समूहों में बसने वाली बड़ी संस्थाओं में से एक आचार्यबाड़ा के दोनों धड़ों के संतों ने रविवार को एक साथ भूमि का निरीक्षण किया। दोनों धड़े के अध्यक्षों ने मिलकर आगे बढ़ने का संकल्प लिया। मेला प्रशासन की ओर से हरिश्चंद्र मार्ग से अनंत माधव के बीच आचार्यबाड़ा बसाने के लिए करीब दो सौ बीघे जमीन आवंटित की है। 26 नवंबर को आचार्यबाड़ा का भूमि पूजन होगा।
रामानुज वैष्णव समिति आचार्यबाड़ा के अध्यक्ष अच्युत प्रपन्नाचार्य और रामानुज प्रबंध समिति के अध्यक्ष रामेश्वराचार्य अपने-अपने पदाधिकारियों के साथ दिन के 11:30 बजे गंगा पार हरिश्चंद्र मार्ग पर पहुंचे। इनके साथ अयोध्या से आए परांकुशाचार्य, अखिलेशाचार्य, कौशलेंद्र प्रपन्नाचार्य, श्रीधराचार्य, शालिग्रामाचार्य, पुरुषोत्तमाचार्य समेत कई संतों ने भूमि का निरीक्षण किया।
रामानुज वैष्णव समिति के अध्यक्ष अच्युत प्रपन्नाचार्य ने बताया कि भूमि पूजन 26 नवंबर को होगा। इससे पहले लेआउट के अनुसार संस्थाओं को भूमि का आवंटन किया जाएगा। अच्युत प्रपन्नाचार्य ने बताया कि महाकुंभ में रामानुज मार्ग बनाने का प्रस्ताव मेला प्रशासन को दिया गया है। एक चौराहे का भी नामकरण रामानुजाचार्य के नाम पर किया जाना चाहिए।
आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण का आगमन आज
किन्नर अखाड़ा का शिविर महाकुंभ के सेक्टर-16 में लगना शुरू हो गया है। यह शिविर संगम लोअर मार्ग पर भरद्वाज थाने के सामने लग रहा है। किन्नर अखाड़ा की महाकुंभ प्रभारी उप्र किन्नर वेलफेयर बोर्ड की वरिष्ठ सदस्य कौशल्यानंद गिरि (टीना मां) और महंत दुर्गा दास ने शिविर की तैयारियों का निरीक्षण किया। महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद ने बताया कि शिविर 10 दिसंबर तक तैयार हो जाएगा। इस दौरान किन्नर अखाड़ा के सभी संत, महात्मा और पदाधिकारी शिविर में आने लगेंगे।