ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि एक ऐसा ग्रह है जो व्यक्ति के जीवन में उतार-चढ़ाव ला सकता है। शनि की साढ़े साती और ढैय्या को एक कठिन समय माना जाता है, जिसके दौरान व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इन समस्याओं में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, आर्थिक परेशानियां, पारिवारिक कलह, और नौकरी-पेशे में परेशानियां शामिल हैं।
शनि की साढ़े साती और ढैय्या से परेशान लोगों के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं, जो इन कठिन समयों को थोड़ा आसान बना सकते हैं। इन उपायों को करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और व्यक्ति को इन कठिनाइयों से राहत मिलती है।
साढ़ेसाती का क्या प्रभाव पड़ता है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि की साढ़ेसाती हर राशि के लिए एक कठिन समय होता है। इस अवधि के दौरान, व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जिनमें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, आर्थिक परेशानियां, पारिवारिक कलह, और नौकरी-पेशे में परेशानियां शामिल हैं।
साढ़ेसाती का प्रभाव व्यक्ति के जन्म कुंडली में शनि की स्थिति पर निर्भर करता है। यदि शनि की स्थिति मजबूत है, तो साढ़ेसाती का प्रभाव कम हो सकता है। हालांकि, यदि शनि की स्थिति कमजोर है, तो साढ़ेसाती का प्रभाव अधिक गंभीर हो सकता है।
यहां कुछ उपाय दिए गए हैं:
- शनिवार के दिन शनि देव की विधि-विधान से पूजा करें।
- शनि देव को लोहे की वस्तुएं अर्पित करें, जैसे कि काला तिल, काला उड़द, लोहे की कील, काला धागा, आदि।
- शमी के वृक्ष की पूजा करें और उस पर जल अर्पित करें।
- पीपल के वृक्ष की पूजा करें और उस पर सरसों का तेल का दीपक जलाएं।
- कौवे को भोजन खिलाएं।
- शनि मंत्र का जाप करें।
इन उपायों के अलावा, व्यक्ति को निम्नलिखित बातों का भी ध्यान रखना चाहिए:
- सदैव सत्य बोलें और दूसरों का भला करें।
- निराश न हों और अपने लक्ष्यों के लिए मेहनत करते रहें।
- शनि देव से क्षमा मांगें और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए प्रयास करें।
यदि आप भी शनि की साढ़े साती या ढैय्या से परेशान हैं, तो इन उपायों को करने से आपको लाभ मिल सकता है।