Chardham Yatra 2023 उत्तराखंड की सबसे महत्वपूर्ण यात्राओं में से एक है। इस यात्रा का उद्देश्य चार तीर्थस्थलों यानी यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के दर्शन कराना हैं। इन तीर्थस्थलों की यात्रा देश भर से लाखों श्रद्धालुओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
चारधाम यात्रा 2023 के लिए उत्तराखंड सरकार द्वारा एक बहुत ही महत्वपूर्ण पहल शुरू की गई है। इस पहल के तहत, उत्तराखंड में देश का पहला इलेक्ट्रिक तीर्थ कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसके जरिए, यात्रियों को इलेक्ट्रिक बसों द्वारा तीर्थस्थलों के बीच सुरक्षित तथा साफ सुथरे ढंग से यात्रा करने की सुविधा प्रदान की जाएगी।
यह पहल उत्तराखंड सरकार द्वारा अपने प्रदेश को स्वच्छ तथा हरित बनाने के लिए की गई है। इससे प्रदेश में प्रदूषण और ध्वस्तता कम होगी तथा यात्रियों को भी आसानी से यात्रा करने का मौका मिलेगा। इस इलेक्ट्रिक तीर्थ कॉरिडोर की खासियत यह है कि यह पूरी तरह से वैद्युतिकरण किया जाएगा। इससे न केवल तीर्थस्थलों की यात्रा सुविधाजनक होगी, बल्कि पर्यटकों को भी इससे बेहतर सुविधाएं मिलेंगी।
इस इलेक्ट्रिक तीर्थ कॉरिडोर के माध्यम से उत्तराखंड सरकार ने अपने प्रदेश को एक पहचान दिलाने का भी प्रयास किया है। यह इलेक्ट्रिक तीर्थ कॉरिडोर न केवल एक स्वच्छ तथा हरित पर्यटन स्थल होगा, बल्कि इससे उत्तराखंड प्रदेश को आर्थिक रूप से भी फायदा होगा।
इस पहल का लाभ यात्रियों को ही नहीं मिलेगा, बल्कि इससे स्थानीय लोगों को भी फायदा होगा। इससे स्थानीय लोगों को नौकरियां मिलेंगी तथा उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी। इस पहल से युवाओं को भी नई नौकरियों का मौका मिलेगा।
इस पहल के बाद अब चारधाम यात्रीयों को न केवल सुरक्षित तथा सुविधाजनक यात्रा का मौका मिलेगा, बल्कि उन्हें एक बेहतर और स्वच्छ तथा हरित पर्यटन स्थल भी मिलेगा। इससे उत्तराखंड प्रदेश को आर्थिक रूप से फायदा होगा तथा यह भी सुनिश्चित होगा कि पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी होती रहे।
इस पहल के माध्यम से यह भी सुनिश्चित होगा कि इस स्थान पर आने वाले पर्यटकों को एक बेहतर पर्यटन अनुभव मिलेगा।
चारधाम यात्रा के दौरान स्थानों पर ड्राई फ्रूट् उपलब्ध होना मुश्किल होता है, लेकिन इस इलेक्ट्रिक तीर्थ कॉरिडोर के माध्यम से यात्रियों को ताजा खाने की सुविधा मिलेगी। इससे उन्हें स्वस्थ खाने की सुविधा मिलेगी तथा उनके स्वास्थ्य को भी फायदा होगा।