छोटी दीपावली : खुशियों का त्योहार
भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे प्रमुख त्योहार दीवाली है, जिसे आप छोटी दीवाली के नाम से भी जानते हैं। यह हिन्दू धर्म का महत्वपूर्ण त्योहार है और साल के सबसे प्रतिष्ठित और धूमधाम से मनाया जाता है। छोटी दीवाली, या नरक चतुर्दशी के रूप में भी जाना जाता है, दीवाली के पंच-दिनी उत्सव का दूसरा दिन होता है और यह एक रोशनी और खुशियों का दिन होता है। छोटी दीपावली का आयोजन दीपावली पर्व के दूसरे दिन, यानी अमावस्या के दिन होता है।
छोटी दीपावली का महत्व
छोटी दीवाली का महत्व देवी लक्ष्मी, भगवान नरकासुर और भगवान कृष्ण के अत्युत्तम विजय के अवसर के रूप में है। इस दिन, लोग अपने घरों को सजाते हैं और उन्हें सुन्दर दिवाली कंदिलों से रोशन करते हैं। यह एक धार्मिक त्योहार के रूप में मनाया जाता है, लेकिन यह एक सामाजिक और पारंपरिक अवसर भी है जिसमें लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताते हैं।
- नरकासुर का वध: छोटी दीपावली का महत्वपूर्ण हिस्सा नरकासुर के वध के रूप में है। भगवान कृष्ण ने माता सत्यभामा के साथ मिलकर नरकासुर को मार गिराया था। नरकासुर एक दानव राजा था जो अत्याचार और अन्याय करने के लिए प्रसिद्ध था। उसकी मृत्यु के बाद, लोगों ने खुशियों के साथ दीपक और दिए जलाकर उसके मरण को मनाया, और छोटी दीपावली का पर्व इस महत्वपूर्ण घटना की याद में मनाया जाता है।
- लक्ष्मी पूजा: छोटी दीपावली के दिन, भगवान कृष्ण के विजय के बाद, लोग भगवानेष्वरी लक्ष्मी की पूजा करते हैं। लक्ष्मी देवी को धन, धान्यता, और सौभाग्य की देवी माना जाता है, और लोग उनकी कृपा पाने के लिए उनकी पूजा करते हैं। घरों में लक्ष्मी मूर्तियाँ और चंदन, कुमकुम, और सुगंधित वस्त्र लक्ष्मी पूजा के लिए तैयार की जाती हैं।
- अन्य आधिकारिक कथाएँ: छोटी दीपावली के बारे में और भी कई पुरानी कथाएँ हैं, जैसे कि भगवान कृष्ण की माता कालिंदी के साथ मिलकर खेले जाने वाले खेल, या यमराज के साथ अपनी वृद्ध माता यशोदा का परिचय कराने वाली कथा। ये कथाएँ छोटी दीपावली के महत्व को और भी आवश्यकता और महत्वपूर्णता प्रदान करती हैं।
छोटी दीपावली का उत्सव
छोटी दीपावली का उत्सव भारतीय समुदाय में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। यह दिन लोगों के लिए खास होता है, और वे इसे बड़े उत्साह और खुशी के साथ मनाते हैं।
- दीपों की रौशनी: छोटी दीपावली को अधिकतर लोग अपने घरों में दीपक और दिए जलाकर मनाते हैं। घर के द्वार, आँगन, और कमरे को दीपों से सजाया जाता है, जिससे घर का माहौल खास दिखता है। इसके अलावा, लोग अपने घर के आगे आगे और चौथा मंजिल भी दीपों की रौशनी से आच्छादित करते हैं।
- शुभ लक्ष्मी पूजा: छोटी दीपावली के दिन लोग भगवानेष्वरी लक्ष्मी की पूजा करते हैं। इस पूजा के दौरान विशेष रूप से लक्ष्मी मूर्तियाँ और उनके पूजन के सामग्री का विशेष ध्यान दिया जाता है। लक्ष्मी पूजा के बाद, लोग अपने घर के आंगन में चावल, पैसे, और आभूषण जैसी संपत्ति के साथ भगवानेष्वरी को समर्पित करते हैं और उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
- खानपान: यह एक और महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसमें खास खाने और मिठाईयों की बारिकी दी जाती है। लोग अपने प्रिय व्यंजनों को बनाते हैं और दोस्तों और परिवार के साथ साझा करते हैं। खासतर स्वादिष्ट पूरी, गुलाब जामुन, रसगुल्ला, और जलेबी जैसी मिठाइयाँ इस दिन की मिठास को और भी बढ़ा देती हैं।
- अन्य उपहार: छोटी दीपावली के दिन लोग अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों को उपहार देते हैं। यह उपहार विभिन्न प्रकार के हो सकते हैं, जैसे कि धन्यवाद और प्रेम के संकेत के रूप में मिठाइयाँ, नवरत्न जवाहरात, और अन्य चीजें।
Note: देव धाम की ओर से छोटी दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं