मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार द्वारा तीर्थ यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए सर्कार ने एक कारगर प्लान बनाया है। बदीनाथ- केदारनाथ, गंगोत्री , यमुनोत्री पर जाने वाले यूपी,एमपी , दिल्ली-एनसीआर सहित देश के अन्य राज्यों से आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए यह मुहैया कराना अनिवार्य है.
जिन तीर्थ यात्रियों की उम्र 55 साल से अधिक है उत्तराखंड सरकार ने उनके लिए अपनी बीमारियों की जानकारी देना अनिवार्य कर दिया है। उन यात्रियों को भी स्क्रीनिंग फॉर्म भरना होगा जो यात्री बीमारी की अवस्था में यात्रा पर जाएंगे। पर आपको चिंता करने की ज़रुरत नहीं है क्योकि सरकार का साफ़ कहना है की किसी भी तीर्थ यात्री को बीमारी के कारण चार धाम यात्रा पर जाने से नहीं रोका जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा चारधाम यात्रा के लिए एडवाइजरी जारी की गई है । इसी के साथ एक हेल्थ स्क्रीनिंग फॉर्म भी जारी किया गया है। सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार ने बताया कि चारधाम यात्रा जाने वाले 55 साल से अधिक उम्र के यात्रियो को यह फॉर्म भरना अनिवार्य होगा
ऑनलाइन पंजीकरण करने वाले यात्रियों के लिए यह फॉर्म पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर अपलोड किया गया है। इसके साथ ही यात्रियों की सुविधा के लिए तीर्थयात्री , चारधाम यात्रा रूट पर बनाए गए स्क्रीनिंग सेंटर में भी यह फॉर्म भर सकते है। आप इस बात का ज़रूर ध्यान रखे की 55 साल से कम उम्र के बीमार यात्रियों को भी यह फॉर्म भरना अनिवार्य होगा। अगर स्क्रीनिंग केंद्र पर विभाग के अफसरों को जो यात्री बीमार जैसे दिखाई देंगे, उनसे भी फॉर्म भरवाया जायेंगे।
बीमारियों की सूचना देना होगा अनिवार्य
हेल्थ स्क्रीनिंग फॉर्म में यात्री को नाम, उम्र, मोबाइल नंबर, लम्बाई, वजन के अलावा रक्तचाप, अस्थमा, शूगर, हृदय रोग, सांस में तकलीफ और प्रेग्नेंसी की जानकारी देनी होगी।
सात स्थानों पर 50 स्क्रीनिंग केंद्र बनाए जाएंगे
यात्री मार्ग पर के सात स्थानों पर कुल 50 स्क्रीनिंग केंद्र बनाए जाएंगे। इन सभी केंद्रों पर फॉर्म हरने की सुविधा उपलब्ध है । इसके प्रोसेस के बाद स्वास्थ्य विभाग ऐसे तीर्थयात्रियों की स्वास्थ्य की निगरानी करेगा। इसके प्रक्रिया के लिए 104 कॉल सेंटर से मॉनीटरिंग की जाएगी। उन्होंने कहा कि बीमार यात्रियों की यात्रा के वक्त हरसंभव मदद की जाएगी।
दिल, सांस के मरीज़ व बुजुर्गों को होती है सबसे ज्यादा तकलीफ
केदारनाथ व बदरीनाथ मंदिर के ऊंचाई पर स्थित होने के कारण देश -विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य से संबंधित परेशानी का सामना करना पड़ता है। हिमालय में ऑक्सीजन की कमी की वजह से दिल, सांस के मरीज़ो और बुजुर्गों की परेशानी काफी बढ़ जाती है।
पिछले साल 200 श्रद्धालुओं की जा चुकी थी जान
करीब 200 तीर्थयात्रियों की मौत 2022 में चार धाम यात्रा के दौरान हो चुकी है। इसमें से 164 लोगों की मौत हार्ट अटैक से हुई। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा बताया गया कि अब तक केदारनाथ धाम में 78, यमुनोत्री में 66, बदरीनाथ में 37 और गंगोत्री में 14 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है। इस बार उत्तराखंड सरकार ने यात्रा रूट पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती कर रही है ताकि तीर्थ यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा सके
चारधाम यात्रा के दौरान इन विशेष बातों का रखें ध्यान
- – परेशानी से बचने के लिए कम से कम सात दिन का प्लान बनाकर चले।
- -अपने साथ जरूरी दवाईया ,गर्म कपड़े और स्वास्थ्य उपकरण रखें।
- – अभी से चारधाम यात्रा की तैयारी के लिए प्रत्येक दिन 10 मिनट तक सांस से जुड़े व्यायाम करें।
- – आप रोज सेर पर जाए । चारधाम आने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें। अगर डॉक्टर की मनाही है तो इस यात्रा पर आने से बचें।
- -चारधाम से मौसम संबधित जानकारी लेते रहें। इसके अलावा यात्रा रूट पर बने हेल्थ पोस्ट की जानकारी रखें।
- -अगर सांस लेने में दिक्कत, लगातार खांसी, उल्टी, चक्कर ,बात करने में कठिनाई और ठंड होने पर डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
- -धूम्रपान,शराब, शक्तिशाली दर्द निवारक दवाओं ,कैफीनयुक्त ड्रिंक्स व नींद की गोलियों का सेवन न करें।
- – यात्रा के दौरान रोज दो लीटर तरल पदार्थ पीएं और पौष्टिक आहार लें।