राहुकाल मध्याह्न 12 बजे से 01 बजकर 30 मिनट तक। अष्टमी तिथि सूर्योदय से लेकर अगले दिन प्रातः 07 बजकर 57 मिनट तक उपरांत नवमी तिथि का आरंभ। आश्लेषा नक्षत्र सायं 6 बजकर 59 मिनट तक उपरांत मघा नक्षत्र का आरंभ। अमृत काल शाम को 5 बजकर 12 मिनट से 6 बजकर 59 मिनट तक।
राष्ट्रीय मिति कार्तिक 25, शक संवत् 1944, मार्गशीर्ष, कृष्ण, अष्टमी, बुधवार, विक्रम संवत 2079। सौर मार्गशीर्ष मास प्रविष्टे 01, रवि-उल्सानी-20, हिजरी 1444 (मुस्लिम), तदनुसार अंग्रेजी तारीख 16 नवंबर सन् 2022 ई॰। सूर्य दक्षिणायन दक्षिण गोल, हेमंत ऋतु।
राहुकाल मध्याह्न 12 बजे से 01 बजकर 30 मिनट तक। अष्टमी तिथि सूर्योदय से लेकर अगले दिन प्रातः 07 बजकर 57 मिनट तक उपरांत नवमी तिथि का आरंभ। आश्लेषा नक्षत्र सायं 6 बजकर 59 मिनट तक उपरांत मघा नक्षत्र का आरंभ।
ऐमजॉन पर टेलीविजन स्टोर, टॉप ब्रैंड टीवी पर 50% तक की छूट |
ब्रह्म योग अर्धरात्रोत्तर 1 बजकर 23 मिनट तक उपरांत ऐन्द्र योग का आरंभ। बालव करण सायं 6 बजकर 54 मिनट तक उपरांत कौलव करण का आरंभ। चंद्रमा सायं 6 बजकर 59 मिनट तक कर्क उपरांत सिंह राशि पर संचार करेगा।
आज का व्रत त्योहार : मार्गशीर्ष संक्रांति, श्रीकाल भैरवाष्टमी।
सूर्योदय का समय 16 नवंबर 2022 : सुबह 6 बजकर 44 मिनट पर।
सूर्यास्त का समय 16 नवंबर 2022 : शाम 5 बजकर 27 मिनट पर।
आज का शुभ मुहूर्त 16 नवंबर 2022 :
विजय मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 53 मिनट से 2 बजकर 36 मिनट तक रहेगा। निशीथ काल मध्य रात्रि 11 बजकर 40 मिनट से 12 बजकर 33 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम 05 बजकर 27 मिनट से 5 बजकर 54 मिनट तक। अमृत काल शाम को 5 बजकर 12 मिनट से 6 बजकर 59 मिनट तक।
आज का अशुभ मुहूर्त 16 नवंबर 2022 :
राहुकाल दोपहर में 12 बजे से 1 बजकर 30 मिनट तक। सुबह 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक गुलिक काल रहेगा। सुबह 7 बजकर 30 मिनट से 9 बजे तक यमगंड रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह 11 बजकर 44 मिनट से 12 बजकर 27 मिनट तक रहेगा।
आज के उपाय : गणेशजी को दूर्वा चढ़ाएं और लड्डू का भोग लगाएं। सूर्य देव का जल दें और गुड़ का दान करें- आचार्य कृष्णदत्त शर्मा