बद्रीनाथ धाम की पांच विशेषताएँ।
बद्रीनाथ धाम की पांच विशेषताएँ।
यह प्राचीन मंदिर नर और नारायण पर्वत के बीच
इस्तिथ
है
बद्रीनाथ मंदिर को धरती का वैकुण्ठ भी कहा जाता है।
बद्रीनाथ धाम में ही भगवान शिव को ब्रह्म हत्या से मुक्ति मिली थी।
जब केदारनाथ और बद्रीनाथ के कपाट छः माह बाद खुलते है तो वहाँ दीपक दर्शन का खास महोत्सव रहता है, क्योंकि यहाँ छःमाह तक दीपक जलता रहता है।
बद्रीनाथ गुफा में ही वेदव्यासः जी ने महाभारत लिखी थी, और पांडवों का आखिरी पड़ाव भी यहीं था।